Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2022 · 1 min read

” फेसबुक क जानलेबा बोखार “

डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
====================
हमरो फेसबुक क
बोखार चढ़ि गेल ,
गत्र -गत्र टूटि
माथ पर चढ़ि गेल !
मित्राताक वायरस
हमरो जकड़ि
लेलक !
दन दनेने
चारु दिशि सँ
मित्राताक प्रहार
भेल !!
हमहूँ सब केँ
स्वीकार केलहूँ ,
देखैत -देखैत हमरो
मित्रक कौरव सेना
बनि गेल ,
हम मोछ मे
मटिया तेल
आ ढोंढ़ी मे
अलकतरा
लगबय लगलहूँ !
ताल ठोकि
अप्पन करेज
गर्व सँ ठोकय
लगलहूँ !!
अप्पन नव -नव
रचना केँ अप्पन
टाइम लाइन
पर छिरया
रहल छलहूँ ,
प्रशंसा लोग
करैत रहला ,
कियो कहला
आहाँ “महान “छी !
कियो कहला
आहाँ
सर्व गुण संपन्न ”
छी !
हम इ सब सुनि
‘फुकना ‘एहन
फूलि रहल छलहूँ
कनि अपना केँ
कौरव सेना क
सेनापति बुझि
रहल छलहूँ
पहिने त हमर
पोस्ट शेयर
करय लगलाह
बाद मे पता
लागल
हमर लेखनी सँ
हमर नाम हटा
अप्पन नाम
लिख’ लगलाह !
एहिना यदि
अपना सँ
प्रहार हैत
कवच कुण्डल
छीन लेब
त हमर कोन
उपाय हैत ?
==================
डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
दुमका

Language: Maithili
343 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
4669.*पूर्णिका*
4669.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
16---🌸हताशा 🌸
16---🌸हताशा 🌸
Mahima shukla
जीवन साथी
जीवन साथी
Aman Sinha
पुराना कुछ भूलने के लिए,
पुराना कुछ भूलने के लिए,
पूर्वार्थ
आप रखिए ख़्याल बस अपना,
आप रखिए ख़्याल बस अपना,
Dr fauzia Naseem shad
तेरा फरेब पहचानता हूं मैं
तेरा फरेब पहचानता हूं मैं
Chitra Bisht
मेरी निजी जुबान है, हिन्दी ही दोस्तों
मेरी निजी जुबान है, हिन्दी ही दोस्तों
SHAMA PARVEEN
"अनुरोध"
DrLakshman Jha Parimal
त्वमेव जयते
त्वमेव जयते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहा ग़ज़ल (गीतिका)
दोहा ग़ज़ल (गीतिका)
Subhash Singhai
दीवाली की रात आयी
दीवाली की रात आयी
Sarfaraz Ahmed Aasee
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
तारे बुझ गये फिर भी
तारे बुझ गये फिर भी
अर्चना मुकेश मेहता
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
Rj Anand Prajapati
హాస్య కవిత
హాస్య కవిత
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
बचपन
बचपन
नूरफातिमा खातून नूरी
घाव
घाव
अखिलेश 'अखिल'
इस दिल में .....
इस दिल में .....
sushil sarna
सिर्फ़ शिकायत करते हो।
सिर्फ़ शिकायत करते हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मैं कैसे कह दूँ कि खतावर नहीं हो तुम
मैं कैसे कह दूँ कि खतावर नहीं हो तुम
VINOD CHAUHAN
राम की रीत निभालो तो फिर दिवाली है।
राम की रीत निभालो तो फिर दिवाली है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
*दुख का दरिया भी पार न होता*
*दुख का दरिया भी पार न होता*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
इंसान ऐसा ही होता है
इंसान ऐसा ही होता है
Mamta Singh Devaa
😊
😊
*प्रणय*
लोगों की फितरत का क्या कहें जनाब यहां तो,
लोगों की फितरत का क्या कहें जनाब यहां तो,
Yogendra Chaturwedi
जनदृष्टि संस्थान, बदायूँ द्वारा
जनदृष्टि संस्थान, बदायूँ द्वारा "राष्ट्रीय उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान-2024" से सम्मानित हुए रूपेश
रुपेश कुमार
हिंदी दोहे- कलंक
हिंदी दोहे- कलंक
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पंचवर्षीय योजनाएँ
पंचवर्षीय योजनाएँ
Dr. Kishan tandon kranti
मिथक से ए आई तक
मिथक से ए आई तक
Shashi Mahajan
Loading...