फूल
तुम बगिया का वो फुल हो
प्रिय
जिसे लोग मंदिर मे रखते है
मै बबूल का वो काटा हूँ
जिससे लोग पैर का काटा निकाल
फैंक देते है
तुम बगिया का वो फुल हो
प्रिय
जिसे लोग मंदिर मे रखते है
मै बबूल का वो काटा हूँ
जिससे लोग पैर का काटा निकाल
फैंक देते है