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4 Apr 2023 · 1 min read

फूल ही फूल

फूल ही फूल खि ले है मेरे शहर में
सारे मौसम सारे रंग है मेरे शहर में

आने वालों का है खैर मकद्दम
जाने वालों का भी संग है मेरे शहर में

सुब्ह चलती है हवाएं मस्त गाती
शाम की अपनी उमंग है मेरे शहर में

झिलमिलाती रात है जगमगाती
रौशनी की हर तरंग है मेरे शहर मे

गुल खिलाते रास्ते है हर तरफ से
खिलखिलाती धूप दंग है मेरे शहर मे

क्या ही आराईश किए बाजर है
दमदमाती गुनगुनाती सुरंग है मेरे शहर में

Shabeena naaZ.. M.A..

Language: Hindi
1 Like · 388 Views
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