Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2019 · 1 min read

” फूल खिले हर डाली ” !!

समय फिसलता बालू जैसा ,
हम देते हैं ताली !
घड़ी , प्रहर , रात – दिन , बीते ,
हाथ सदा हैं खाली !!

नियति से सब बंधे हुए हैं ,
हाथ कर्म की रेखा !
यहाँ वही सब घटता है जो ,
रहा सदा अनचीता !
यहाँ बहारें बाँधें मौसम ,
हम करते रखवाली !!

अपने हाथ यही केवल है ,
करे प्रबंधन ऐसा !
समय यहाँ रह जाए चकित सा ,
परिवर्तन हो ऐसा !
महका दें हम गुलशन सारा ,
फूल खिले हर डाली !!

समय पलों में गिरह लगाता ,
कभी गिरह है खोले !
उँगली पर है हमें नचाता ,
हँसता होले होले !
हम हो जाते तनिक बावरे ,
मन भी लगे बवाली !!

टिक टिक करती कभी घड़ी है ,
कभी रहे चुप चुप सी !
समय गति को कौन बांधता ,
बहती एक लहर सी !
चेत रहे हैं हम भी थोड़े ,
बनते नहीं सवाली !!

स्वरचित / रचियता :
बृज व्यास
शाजापुर ( मध्यप्रदेश )

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 341 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अलाव की गर्माहट
अलाव की गर्माहट
Arvina
पिता
पिता
Swami Ganganiya
"रौनक"
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ तुम कहो जी, कुछ हम कहेंगे
कुछ तुम कहो जी, कुछ हम कहेंगे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"सफलता कुछ करने या कुछ पाने में नहीं बल्कि अपनी सम्भावनाओं क
पूर्वार्थ
शेर
शेर
SHAMA PARVEEN
पीड़ादायक होता है
पीड़ादायक होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
देर आए दुरुस्त आए...
देर आए दुरुस्त आए...
Harminder Kaur
बड़बोले बढ़-बढ़ कहें, झूठी-सच्ची बात।
बड़बोले बढ़-बढ़ कहें, झूठी-सच्ची बात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
3163.*पूर्णिका*
3163.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिल की धड़कन भी तुम सदा भी हो । हो मेरे साथ तुम जुदा भी हो ।
दिल की धड़कन भी तुम सदा भी हो । हो मेरे साथ तुम जुदा भी हो ।
Neelam Sharma
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सारे सब्जी-हाट में, गंगाफल अभिराम (कुंडलिया )
सारे सब्जी-हाट में, गंगाफल अभिराम (कुंडलिया )
Ravi Prakash
अंदर का मधुमास
अंदर का मधुमास
Satish Srijan
सार्थक जीवन
सार्थक जीवन
Shyam Sundar Subramanian
■ जानवर बनने का शौक़ और अंधी होड़ जगाता सोशल मीडिया।
■ जानवर बनने का शौक़ और अंधी होड़ जगाता सोशल मीडिया।
*Author प्रणय प्रभात*
संगति
संगति
Buddha Prakash
ज़िंदगी के वरक़
ज़िंदगी के वरक़
Dr fauzia Naseem shad
बात खो गई
बात खो गई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*खामोशी अब लब्ज़ चाहती है*
*खामोशी अब लब्ज़ चाहती है*
Shashi kala vyas
मूकनायक
मूकनायक
मनोज कर्ण
हुआ क्या तोड़ आयी प्रीत को जो  एक  है  नारी
हुआ क्या तोड़ आयी प्रीत को जो एक है नारी
Anil Mishra Prahari
क्या हिसाब दूँ
क्या हिसाब दूँ
हिमांशु Kulshrestha
वो दो साल जिंदगी के (2010-2012)
वो दो साल जिंदगी के (2010-2012)
Shyam Pandey
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
Mahima shukla
चलो♥️
चलो♥️
Srishty Bansal
दयालू मदन
दयालू मदन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तन्हा
तन्हा
अमित मिश्र
लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व
Er. Sanjay Shrivastava
मूँछ पर दोहे (मूँछ-मुच्छड़ पुराण दोहावली )
मूँछ पर दोहे (मूँछ-मुच्छड़ पुराण दोहावली )
Subhash Singhai
Loading...