फूलों सी प्यारी हो मुस्कान सदा
फूलों सी प्यारी हो मुस्कान सदा,
**************************
फूलों सी प्यारी हो मुस्कान सदा,
सब से ही न्यारी हो मुस्कान सदा।
पावों में चुभ ना पाए शूल कभी,
प्रफुल्लित क्यारी हो मुस्कान सदा।
गम की लू छू ना पाए पांव बदन,
खुशियों से भारी हो मुस्कान सदा।
मस्ती रग-रग में भरती सांस सदा,
यौवन से यारी हो मुस्कान सदा।
मनसीरत सीना हर्षित जान यहाँ,
मन की दीवानी हो मुस्कान सदा।
**************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)