फूलों की खुशबू सा है ये एहसास तेरा,
फूलों की खुशबू सा है ये एहसास तेरा,
दिन मेरा गुलाब सा महक जाता है।
मैं शब्द लिखती हूँ तेरी सादगी पर,
हाय तराना प्यार का बन जाता है।
अर्चना मुकेश मेहता
फूलों की खुशबू सा है ये एहसास तेरा,
दिन मेरा गुलाब सा महक जाता है।
मैं शब्द लिखती हूँ तेरी सादगी पर,
हाय तराना प्यार का बन जाता है।
अर्चना मुकेश मेहता