फुटपाथ पे भूके नंगे
आज करता
भेद-भाव
इंसाँ ही इंसाँ में
ख़ुदा की बनी
इस हसीं दुनिया में
कुछ रह रहे
संगमरमर के महलों में
कुछ फ़ुटपाथ पे
भूके नंगे सो गये ।।
“इस ज़िंदगी के सफ़र में कुछ लम्हे ऐसे गुज़र गए…”(नज़्म से कुछ पंक्तियाँ)
#हनीफ़_शिकोहाबादी ✍️