फील्ड मार्शल जनरल सैम मानेकशॉ
सन १९७१भारत पाकिस्तान युद्ध की ५०बीं बरसी पर वीरों को नमन।
जनरल सैममानेकशॉ, पाकिस्तान युद्ध १९७१ के महानायक थे
वीर बहादुर शौर्य और रणनीति के परिचायक थे
सन१९७०में पूर्वी पाकिस्तान की आवामी लीग पार्टी
पश्चिमी पाकिस्तान की पीपुल्स पार्टी को हराकर
संघीय चुनाव में विजयी हुई
जुल्फिकार अली भुट्टो को,हार स्वीकार नहीं हुई
पूर्वी पाकिस्तान में विरोध की चिंगारी सुलग उठी
पाकिस्तानी सेना ने विद्रोहियों को कुचलने बर्बरता से आगे बढ़ी
शेख मुजीबुर्रहमान को गिरफ्तार कर, बंगालियों पर टूट पड़ी
मार काट और बलात्कार से हाहाकार मची
अमानवीय कृत्य अत्याचार का भारत ने विरोध जताया
कर विरोध को दरकिनार, सेना ने आतंक मचाया
अप्रैल १९७१में सारे कूटनीतिक प्रयास बिफल हुए
सेना प्रमुख जनरल मानेकशॉ को, आक्रामक कार्रवाई के आदेश दिए
जनरल सैममानेकशॉ ने, अधूरी तैयारी मानसून सन ६१ की बात बताई
इस्तीफा की पेशकश की,जो इंदिरा जी ने ठुकराई
आगे योजना बनाई जनरल ने, सेना की तैयारी की
युद्ध ही गर अंतिम बिकल्प है, युद्ध व्यूह की रचना की
३०नवंबर १९७१को जनरल इंदर सिंह गिल को संदेश मिला
पाकिस्तान हमले की तैयारी में है
३दिसंबर १९७१को पाकिस्तानी सेना ने श्रीनगर से जोधपुर तक ११हवाई हमले किए
प्रतिउत्तर में भारतीय सेना ने विश्व प्रसिद्ध इतिहास रचे
पूर्वी एबं पश्चिमी मोर्चे पर, सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिए
१६दिसंबर १९७१ को एक लाख पाकिस्तानी सेना ने अपने हथियार डाल दिए
सेना के इतिहास में सरेंडर की विश्व की पहली घटना है
पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बना, यह शौर्य पराक्रम अपना है
जनरल सैममानेकशॉ को सम्मानित किया, फील्ड मार्शल से राष्ट्रपति वी वी गिरि नवाजा था
भारत माता के वीर सपूतों ने, इतिहास बनाया था
जय हिन्द ?