Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2021 · 1 min read

— फिर से दहशत –क्या खलेगी –

सुनाई देने लगी है
फिर से दहशत
सब के इर्द गिर्द
आ रहा है
चुनाव
बेशक कोई मरे या
मरने के लायक रहे
होकर ही रहेगा
चुनाव
सब को अपनी कुर्सी प्यारी
जैसे हो राज दुलारी
कुर्सी अब कहीं न जाए
मिल कर कर रहे तयारी
चाहे रहे
दुनिया में कोइ बिमारी
नेताओं को क्या
उनकी तो ममता है न्यारी
होने दो जो होगा
देखा ही जाएगा
कब्जे में आया
सारा देश ,प्रदेश
हाथ से तो नही जाएगा
वाह रे , जनता
तेरा भी जवाब नही
कल तक देती थी गालियाँ
अब देखना इन का रूप
फिर से बनेगी
सब के लिए जलेबियाँ
जनता महान है
महान ही रहेगी
किसी की जले चिता
किसी को नही खलेगी

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 255 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
नेम प्रेम का कर ले बंधु
नेम प्रेम का कर ले बंधु
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"सुल लो ऐ जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
*चटकू मटकू (बाल कविता)*
*चटकू मटकू (बाल कविता)*
Ravi Prakash
केशव तेरी दरश निहारी ,मन मयूरा बन नाचे
केशव तेरी दरश निहारी ,मन मयूरा बन नाचे
पं अंजू पांडेय अश्रु
देवी महात्म्य चतुर्थ अंक * 4*
देवी महात्म्य चतुर्थ अंक * 4*
मधुसूदन गौतम
ये वादियों में महकती धुंध, जब साँसों को सहलाती है।
ये वादियों में महकती धुंध, जब साँसों को सहलाती है।
Manisha Manjari
जीवन की बगिया में
जीवन की बगिया में
Seema gupta,Alwar
अब नये साल में
अब नये साल में
डॉ. शिव लहरी
आज लिखने बैठ गया हूं, मैं अपने अतीत को।
आज लिखने बैठ गया हूं, मैं अपने अतीत को।
SATPAL CHAUHAN
🙅आज का मैच🙅
🙅आज का मैच🙅
*प्रणय*
बेशक आजमा रही आज तू मुझको,मेरी तकदीर
बेशक आजमा रही आज तू मुझको,मेरी तकदीर
Vaishaligoel
रात नशीली कासनी, बहका-बहका चाँद।
रात नशीली कासनी, बहका-बहका चाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जीवन भर मर मर जोड़ा
जीवन भर मर मर जोड़ा
Dheerja Sharma
आओ मिलकर नया साल मनाये*
आओ मिलकर नया साल मनाये*
Naushaba Suriya
मन की ताकत
मन की ताकत
पूर्वार्थ
पिता
पिता
sushil sarna
*वह अनाथ चिड़िया*
*वह अनाथ चिड़िया*
Mukta Rashmi
ना रहीम मानता हूँ ना राम मानता हूँ
ना रहीम मानता हूँ ना राम मानता हूँ
VINOD CHAUHAN
आप की मुस्कुराहट ही आप की ताकत हैं
आप की मुस्कुराहट ही आप की ताकत हैं
शेखर सिंह
होता है ईमान हर इंसान में
होता है ईमान हर इंसान में
gurudeenverma198
✍️ कलम हूं ✍️
✍️ कलम हूं ✍️
राधेश्याम "रागी"
सुबह देखता हूं शाम देखता हूं
सुबह देखता हूं शाम देखता हूं
Rituraj shivem verma
मन में रखिए हौसला,
मन में रखिए हौसला,
Kaushal Kishor Bhatt
सुहागन की अभिलाषा🙏
सुहागन की अभिलाषा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शब्द अभिव्यंजना
शब्द अभिव्यंजना
Neelam Sharma
बिना मांगते ही खुदा से
बिना मांगते ही खुदा से
Shinde Poonam
कविता -
कविता - "बारिश में नहाते हैं।' आनंद शर्मा
Anand Sharma
चंद आंसूओं से भी रौशन होती हैं ये सारी जमीं,
चंद आंसूओं से भी रौशन होती हैं ये सारी जमीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4250.💐 *पूर्णिका* 💐
4250.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
* चली रे चली *
* चली रे चली *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...