फिर भी हम भारतीय हैं
सिर पर ना तोपी है ना बदन पर धोती है। गाय हमारी हिंदुस्तान की पहचान है । परिवर्तन की इस आंधी में बचा न कोई। फिर भी हम भारतीय हैं। सारे कारण अंग्रेजी में होते हैं। अंग्रेजी में सोते अंग्रेजी में जाते हैं। फिर भी हम भारतीय हैं। जिसका हो गया है भाषा पर अधिकार। आधी लड़ाई जीत चुका अब जश्न को है तैयार। फिर भी हम भारतीय हैं। अंग्रेजी बोलने वाले को कहते हैं समझदार सुखी वाही वाही लूटने को तैयार। फिर भी हम भारतीय हैं। बदल चुका है खान-पान और व्यवहार। बदल चुकी है भाषा बदल गया त्यौहार। फिर भी हम भारतीय हैं।। धीरे धीरे चला तीर कमान। खत्म हो चली है अब हिंदू की पहचान। फिर भी हम भारतीय हैं।