फिर तेरा ऐतबार किया मैंने
फिर तेरा ऐतबार किया मैंने
फिर तेरा इंतज़ार किया मैंने
फिर तुझे प्यार किया मैंने
फिर जीना दुश्वार किया मैंने
फिर तेरा ख्वाब देखा मैंने
फिर तेरा दीदार किया मैंने
फिर तेरी ख्वाहिश की मैंने
फिर खुद को बेकरार किया मैंने
फिर इश्क का रोग लिया “अर्श”
फिर खुद को बीमार किया मैंने