सिर्फ तुम
राह तुम्ही हो चाह तुम्ही हो
खुशियां थिरकें जहां खुशी से
ऐसी मृदुल पनाह तुम्ही हो
इन्द्रजाल सी निगाह तुम्ही हो
चारू मनोहर चपल साधना
दिल की चारागाह तुम्ही हो
अशोक सोनी
भिलाई ।
राह तुम्ही हो चाह तुम्ही हो
खुशियां थिरकें जहां खुशी से
ऐसी मृदुल पनाह तुम्ही हो
इन्द्रजाल सी निगाह तुम्ही हो
चारू मनोहर चपल साधना
दिल की चारागाह तुम्ही हो
अशोक सोनी
भिलाई ।