Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2023 · 1 min read

फितूर बना फितरत

कैसी फितरत हुई इंसान की जैसे रक्त प्यासे हैवान की
टुकड़े -टुकड़े में काटकर भावशून्य हो जाता इंसान है
प्यार के नाम को कर देता बदनाम है, सब भूल जाता इंसान है अपने फितूर को फितरत का नाम देता इंसान है
गली-गली हवस से भरा पड़ा इंसान है, इंसान रुपी हैवान है
नजर फेरता जुल्म से, आहत करना फितरत बना इंसान का
जख्म दे रहा मुस्कुराहटों के रूप में , हंस के टाल देता किसी के दर्द को
कैसी फितरत हुई आज के इंसान की, इंसान रुपी हैवान की
चंद लोगों की गलतीयां शर्मशार करती इंसानियत के नाम को
हैवानियत से भरी पड़ी इंसानियत की सोच है
फितरत को बदनाम करता फिर रहा इंसान है, फिर रहा इंसान है

2 Likes · 128 Views
Books from Sanjay kumar mallik
View all

You may also like these posts

अपात्रता और कार्तव्यहीनता ही मनुष्य को धार्मिक बनाती है।
अपात्रता और कार्तव्यहीनता ही मनुष्य को धार्मिक बनाती है।
Dr MusafiR BaithA
निष्काम,निर्भाव,निष्क्रिय मौन का जो सिरजन है,
निष्काम,निर्भाव,निष्क्रिय मौन का जो सिरजन है,
ओसमणी साहू 'ओश'
उम्मीदें रखना छोड़ दें
उम्मीदें रखना छोड़ दें
Meera Thakur
बगावत
बगावत
ओनिका सेतिया 'अनु '
किसने क्या खूबसूरत लिखा है
किसने क्या खूबसूरत लिखा है
शेखर सिंह
लाचार द्रौपदी
लाचार द्रौपदी
आशा शैली
#दुःखद_दिन-
#दुःखद_दिन-
*प्रणय*
गुलामी क़बूल नहीं
गुलामी क़बूल नहीं
Shekhar Chandra Mitra
ख्वाबों में मिलना
ख्वाबों में मिलना
Surinder blackpen
संबंध की एक गरिमा होती है अगर आपके कारण किसी को परेशानी हो र
संबंध की एक गरिमा होती है अगर आपके कारण किसी को परेशानी हो र
Ashwini sharma
दोस्ती कर लें चलो हम।
दोस्ती कर लें चलो हम।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दिल
दिल
sheema anmol
।। आशा और आकांक्षा ।।
।। आशा और आकांक्षा ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
- मतलबी दोस्त आज के -
- मतलबी दोस्त आज के -
bharat gehlot
पास आए हो तुम जेड गीत
पास आए हो तुम जेड गीत
शिवम राव मणि
प्रिये ! अबकी बार तुम्हारे संग, दीपावली मनाना चाहता हूँ....!
प्रिये ! अबकी बार तुम्हारे संग, दीपावली मनाना चाहता हूँ....!
singh kunwar sarvendra vikram
खामोशी ने मार दिया।
खामोशी ने मार दिया।
Anil chobisa
गुज़र गये वो लम्हे जो तुझे याद किया करते थे।
गुज़र गये वो लम्हे जो तुझे याद किया करते थे।
Phool gufran
तेरी नज़र से बच के जाएं
तेरी नज़र से बच के जाएं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझसे देखी न गई तकलीफ़,
मुझसे देखी न गई तकलीफ़,
पूर्वार्थ
सियाचिनी सैनिक
सियाचिनी सैनिक
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
जीवन की बगिया में
जीवन की बगिया में
Seema gupta,Alwar
आपसा हम जो
आपसा हम जो
Dr fauzia Naseem shad
मैं जब भी चाहूंगा आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है।
मैं जब भी चाहूंगा आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है।
Kumar Kalhans
" परीक्षा "
Dr. Kishan tandon kranti
तेरी यादों के किस्से
तेरी यादों के किस्से
विशाल शुक्ल
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – पंचवटी में प्रभु दर्शन – 04
शिवाजी गुरु समर्थ रामदास – पंचवटी में प्रभु दर्शन – 04
Sadhavi Sonarkar
आसमाँ के परिंदे
आसमाँ के परिंदे
VINOD CHAUHAN
गांव की भोर
गांव की भोर
Mukesh Kumar Rishi Verma
3860.💐 *पूर्णिका* 💐
3860.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...