फिजूलखर्ची
कांपते हुए उस भिखारी की
जिंदगी ठिठुरते हुए गुजरती रही,
उस बदनसीब को दान देना
दुनिया फिजूलखर्ची समझती रही।
बेशुमार दौलत जमा करके
तुम्हें क्या फायदा होगा?
एक रोज पेट भर दो गरीब का
देखना तुम्हें लाखों दुआएं देगा।
-सत्यम कुमार यादव