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29 Sep 2022 · 1 min read

शेर

फिक्र-ए-वफ़ा सिर्फ हमे ही है साकी
उन्हे तो रोज़ नया ज़ख़्म देकर ही सकून आता है.

Language: Hindi
Tag: शेर
197 Views
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