फाल्गुन मास
आज दिवस ।
कितना सुनहरा ।।
है होली पर्व ।
शुभ संयोग ।
दिन रात समान ।।
मास फाल्गुन ।
बसन्त छाया ।
सुर्ख पलाश फूल ।।
झूमे प्रकृति ।
रंगीन छोर ।
गलियों का वो शोर ।।
है नया दौर ।
मिलन गीत ।
खुश होकर मीत ।।
लागी है प्रीत ।
रंग ग़ुलाल ।
लगे गौरी के गाल ।।
बदली चाल ।
।।।जेपीएल।।।