फांसी का फंदा भी कम ना था,
फांसी का फंदा भी कम ना था,
वो भी डूब सकते थे इश्क में किसी के
पर वतन उनके लिए किसी माशूक के प्यार से कम ना था।
शहीद दिवस पर कोटि कोटि नमन
२३ मार्च १९३१
फांसी का फंदा भी कम ना था,
वो भी डूब सकते थे इश्क में किसी के
पर वतन उनके लिए किसी माशूक के प्यार से कम ना था।
शहीद दिवस पर कोटि कोटि नमन
२३ मार्च १९३१