फले सनातन वृक्ष…
सत्ता आयी राम की, हृदय हुआ गोविंद.
भारत के अब राष्ट्रपति, रामनाथ कोविंद.
रामनाथ कोविंद, रामनाइक मन भावन.
दोनों में हैं राम, मगन शिव बरसे सावन.
अभिसिंचित जड़ शाख, हरा हो पत्ता-पत्ता.
फले सनातन वृक्ष सुखद हो उसकी सत्ता..
–इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’