Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Nov 2021 · 1 min read

फलख के चाँद तारों।

फलख के चाँद तारों से कह दो यूँ ऐसे इतरायें ना कि वह आयें हैं |
उनकी चाँदनी की अब मुझको कोई जरूरत नहीं कि वह आये हैं ||1||

बड़ा गुरूर था तुझको ऐ कमर अपनें मेहताब-ऐ-रोशनी पर |
पर आके देख जलवा ए हुस्न मेरे महबूब का तू कि वह आयें हैं ||2||

तुझमें है दाग किस वजह से ऐ चाँद ये तो मै भी जानता नहीं |
पर आके देख ले बेदाग कुदरत अपने खुदा की कि वह
आयें हैं ||3||

फरिश्ते भी जिसे दुआऐं में मागें खुदा से अपनी इबादत में |
तू भी दीदार कर ले उस खुदा की कायनात का कि वह आयें हैं ||4||

आने से उसके दिवानगी आती है चरागों की शर्म्मे रोशनी मे |
परवानें कह रहें हैं शम्मा से जल जाने दो अब तो कि वह आयें हैं ||5||

जल्लादों से कह दो रुक जायें फकत कुछ लम्हों के लिये वो सब |
दीवाना देख ले इक बार उनको पल भर के लिए कि वह आयें हैं ||6||

ताज मोहम्मद
लखनऊ

294 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Taj Mohammad
View all

You may also like these posts

आज फिर से
आज फिर से
Madhuyanka Raj
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
Ritu Asooja
नववर्ष में
नववर्ष में
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
वक्त की हम पर अगर सीधी नज़र होगी नहीं
वक्त की हम पर अगर सीधी नज़र होगी नहीं
Dr Archana Gupta
मेरी मजबूरी को बेवफाई का नाम न दे,
मेरी मजबूरी को बेवफाई का नाम न दे,
Priya princess panwar
मुहब्बत-एक नज़्म
मुहब्बत-एक नज़्म
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
मर जायेगा
मर जायेगा
पूर्वार्थ
समय की धारा
समय की धारा
Neerja Sharma
"चाहत"
ओसमणी साहू 'ओश'
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
तुमको अच्छा तो मुझको इतना बुरा बताते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यकीन
यकीन
Ruchika Rai
कितना ज्ञान भरा हो अंदर
कितना ज्ञान भरा हो अंदर
Vindhya Prakash Mishra
*********** आओ मुरारी ख्वाब मे *******
*********** आओ मुरारी ख्वाब मे *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जिंदगी जी लिजिए
जिंदगी जी लिजिए
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
#लघु_व्यंग्य
#लघु_व्यंग्य
*प्रणय*
नफरती दानी / मुसाफिर बैठा
नफरती दानी / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
बहुत रोने का मन करता है
बहुत रोने का मन करता है
Dr. Paramjit Oberoi
"सदियों का सन्ताप"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम्हारी फ़िक्र सच्ची हो...
तुम्हारी फ़िक्र सच्ची हो...
आर.एस. 'प्रीतम'
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*जीवन्त*
*जीवन्त*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नहीं मैं -गजल
नहीं मैं -गजल
Dr Mukesh 'Aseemit'
रोना ना तुम।
रोना ना तुम।
Taj Mohammad
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
नया ट्रैफिक-प्लान (बाल कविता)
नया ट्रैफिक-प्लान (बाल कविता)
Ravi Prakash
*तेरी याद*
*तेरी याद*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जो तुम्हारी खामोशी को नहीं समझ सकता,
जो तुम्हारी खामोशी को नहीं समझ सकता,
ओनिका सेतिया 'अनु '
कब तक यूँ आजमाएंगे हमसे कहो हुजूर
कब तक यूँ आजमाएंगे हमसे कहो हुजूर
VINOD CHAUHAN
शकुनियों ने फैलाया अफवाहों का धुंध
शकुनियों ने फैलाया अफवाहों का धुंध
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
रमेशराज के बालमन पर आधारित बालगीत
रमेशराज के बालमन पर आधारित बालगीत
कवि रमेशराज
Loading...