Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2021 · 1 min read

फरमान जारी हुआ है ।

फरमान जारी हुआ है ।
घर में रहो, सुरक्षित रहो
लेकिन कुछ जगह यह लागू नहीं होता।
जहां पे लागू होता है वहां पर कोरोना काबू नहीं होता।

दिल्ली,महाराष्ट्र,गुजरात का ना पूछो हाल
इन शहरों का करोना ने बांध दिया है चाल।

कितनों ने खोया अपनी जान
किसी ने अपनों को गवाया है।
और ऊपर से आया फरमान और उन्होंने फरमाया है
मास्क लगाओ दूरी बनाओ भीड़ नहीं लगाना है।

जहां चुनाव वहां रैलिया कराना है,
ले हजारों समर्थकों की टोली रोड शो कराना है।
शादी ,पार्टी और पर्व नही मनाना है।
और ऊपर से आया फरमान और इन्होंने फरमाया है
मास्क लगाओ दूरी बनाओ भीड़ नहीं लगाना है।

#सूरज कुशवाहा#
संपर्क सूत्र-8873990054

Language: Hindi
251 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3106.*पूर्णिका*
3106.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
Awadhesh Singh
उपदेशों ही मूर्खाणां प्रकोपेच न च शांतय्
उपदेशों ही मूर्खाणां प्रकोपेच न च शांतय्
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
Neeraj Agarwal
आइये तर्क पर विचार करते है
आइये तर्क पर विचार करते है
शेखर सिंह
Mujhe laga tha ki meri talash tum tak khatam ho jayegi
Mujhe laga tha ki meri talash tum tak khatam ho jayegi
Sakshi Tripathi
कीलों की क्या औकात ?
कीलों की क्या औकात ?
Anand Sharma
बेनाम जिन्दगी थी फिर क्यूँ नाम दे दिया।
बेनाम जिन्दगी थी फिर क्यूँ नाम दे दिया।
Rajesh Tiwari
कीमतों ने छुआ आसमान
कीमतों ने छुआ आसमान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जीवन  आगे बढ़  गया, पीछे रह गए संग ।
जीवन आगे बढ़ गया, पीछे रह गए संग ।
sushil sarna
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
नवगीत
नवगीत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
छोटी छोटी चीजें देख कर
छोटी छोटी चीजें देख कर
Dheerja Sharma
ताक पर रखकर अंतर की व्यथाएँ,
ताक पर रखकर अंतर की व्यथाएँ,
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
हो जाएँ नसीब बाहें
हो जाएँ नसीब बाहें
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दोस्त को रोज रोज
दोस्त को रोज रोज "तुम" कहकर पुकारना
ruby kumari
ऑनलाईन शॉपिंग।
ऑनलाईन शॉपिंग।
लक्ष्मी सिंह
कल बहुत कुछ सीखा गए
कल बहुत कुछ सीखा गए
Dushyant Kumar Patel
आंखें
आंखें
Ghanshyam Poddar
😊आज का दोहा😊
😊आज का दोहा😊
*Author प्रणय प्रभात*
मत फेर मुँह
मत फेर मुँह
Dr. Kishan tandon kranti
एक पिता की पीर को, दे दो कुछ भी नाम।
एक पिता की पीर को, दे दो कुछ भी नाम।
Suryakant Dwivedi
चांद सितारे टांके हमने देश की तस्वीर में।
चांद सितारे टांके हमने देश की तस्वीर में।
सत्य कुमार प्रेमी
फ़ितरत
फ़ितरत
Priti chaudhary
जिंदगी
जिंदगी
Madhavi Srivastava
धन जमा करने की प्रवृत्ति मनुष्य को सदैव असंतुष्ट ही रखता है।
धन जमा करने की प्रवृत्ति मनुष्य को सदैव असंतुष्ट ही रखता है।
Paras Nath Jha
My Chic Abuela🤍
My Chic Abuela🤍
Natasha Stephen
संवेदना प्रकृति का आधार
संवेदना प्रकृति का आधार
Ritu Asooja
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
जगदीश शर्मा सहज
Loading...