फकत उपदेश देने से ।
उपदेश
फक़त उपदेश देने से कोई गुरु हो नहीं सकता,
किताबें वाॅच कर केवल भला कुछ हो नही सकता।
अमल करने से होता है सकल व्यवहार परिवर्तन
जो खुद आदत नहीं बदले खुदा कुछ कर नहीं सकता
जमाने में बहुत सुन्दर मिले हैं लोग उपदेशक,
अमल कितना किया पूछा तो बोले कह नहीं सकता
स्वयं प्रभु कृष्ण देते हैं गुरु बन ज्ञान गीता का,
ऐसा ज्ञान अर्जुन को कोई था दे नहीं सकता
अगर कुछ सीखने है सीख लें उपदेश गीता का
गीता से बड़ा उपदेश कोई हो नहीं सकता ।
अनुराग दीक्षित