प्लास्टिक प्रदूषण घातक है
कलयुग आया मशीनी करण छाया,
पेड़ पौधों की खो गयी छाया,
तकनीक से भला तो होता है,
पर्यावरण से कैसे अछूता है?
उद्देश्य बहुत है ,पर ई-कचरा का क्या ?
फैलाते फिरते है यदा कदा,
समुद्र मे फेका तो मछलियाँ मर गयी,
भूमि मे दबाया तो बंजर कर गयी।
प्लास्टिक प्रदूषण घातक है वायुमंडल को,
इसका अति उपयोग स्वास्थ्य करे खराब,
मिट्टी के बर्तन शुद्ध होते थे जहाँ,
प्लास्टिक मे जल पी कर बीमार होते यहाँ।
संरक्षण जीवन का करना है सीखना,
जागरूक करना भी सीखों खुद को,
शुद्ध प्रकृति से ज्यादा नहीं कुछ भी,
पर्यावरण अशुद्ध तो घातक है सभी को।
रचनाकार
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।