प्रेरणा स्त्रोत छन्द
श्वेत वस्त्र सा चरित्र , रखना पवित्र मित्र
लगे जो मिटे न दाग , राम नाम जपने से।
करके सुकर्म लक्ष्य , प्राप्त करना सदैव
भाग्य के अधीन आस , रखना न सपने से।
हो मार्ग कंटकों भरा , हँसके बढ़ाना पग
हार मत मानना मनुज कभी अपने से।
कष्ट सहकर हुआ , सफल मनुष्य जैसे
कुंदन निखार लेता , है सदैव तपने से।
अभिनव मिश्र अदम्य