प्रेरक संस्मरण
बात जनवरी 2022 की है | विद्यालयों में वार्षिक निरीक्षण प्रक्रिया आरम्भ हो चुकी थी | सभी अपनी – अपनी तैयारियों में व्यस्त हो गए | हम पुस्तकालय अध्यक्षों के भी करीब चार व्हाट्सएप ग्रुप हैं | राष्ट्रीय स्तर पर सभी एक दूसरे से जुड़े हैं | जब भी कोई समस्या होती है ग्रुप में साझा की जाती है | जिसे उसका हल पता होता वह सही राह दिखा समस्या का निदान कर देता |
परम पूज्य परमेश्वर का आशीर्वाद मुझे भी प्राप्त है | ग्रुप में सबसे पहले मेरी कोशिश होती है कि मैं समस्या का हल दे सकूं और किसी साथी के चेहरे पर ख़ुशी देख सकूं | व्यक्तिगत तौर पर मेरे सभी साथी शिक्षक मुझसे राय और जानकारी लेते रहते हैं | मैं स्वयं को सौभाग्यशाली समझता हूँ कि मुझे लोगों की सेवा के सुअवसर प्राप्त होते रहते हैं |
एक दिन की बात है मुझे व्यक्तिगत नंबर पर सन्देश प्राप्त हुआ जिसमे एक साथी शिक्षिका ने जिनका दो दिन बाद वार्षिक निरीक्षण था ने सन्देश डिया कि मेरा पुस्तकालय ब्लॉग डिलीट हो गया है | क्या मैं अपना ब्लॉग वापस RESTORE कर सकती हूँ | मैंने खुद को खुशासीब समझा ओऊ अगले दो मिनिट में उन्हें ब्लॉग को RESTORE करने की पूरी प्रक्रिया समझा दी | उन्होंने मेरे बताये अनुसार कोशिश की और अगले दस मिनट के भीतर ही उन्हें उनका ब्लॉग वापस प्राप्त हो गया | उसके बाद उन्होंने मुझे फोन करके ढेर सारा आशीर्वाद दिया और धन्यवाद दिया |
ऐसे सुअवसर मेरी जिन्दगी का हिस्सा हो गए हैं | मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस करता हूँ जब मुझे ऐसे सुअवसर प्राप्त होते हैं | मैं आप सभी से अपील करता हूँ कि आप भी ऐसे सुअवसरों का पूरा – पूरा लाभ उठायें | आप कोशिश करें कि आप किसी के चेहरे पर मुस्कराहट ला सकें | और आपको ढेर सारा आशीर्वाद प्राप्त हो सके |