प्रेरक प्रसंग_____लेख
***प्रेरक प्रसंग***
साथियों प्रणाम !
निश्चित ही आप सभी के मस्तिष्क में वर्तमान परिदृश्य के कारण
अनेकानेक विचारों की श्रंखला चल रही होगी । क्या हुआ? कैसे हुआ ?कब तक रहेगा ? क्योंकि आप हम अपने आप को घर में कैद करके रख सकते हैं परंतु मन को शायद ही कोई हो जो अपने अधीन कर ले।
विचार आता होगा इस मन को किस प्रकार से समझाएं कैसे सद विचारों को अपने अंदर लाए तो उसके लिए मेरे नजरिए से एक तरीका है ,वर्तमान में जो चल रहा है उससे अपना ध्यान हटाए ।आप कहेंगे कैसे हटाए तो उसके लिए आप नियमित योग ,साधना ध्यान को अपनाए। अब जबकि लगभग घर पर ही हैं तो काम से विरक्त हैं इस रिक्ती की पूर्ति के लिए आप अच्छी कहानियां अच्छे विचार जो वर्तमान में सोशल मीडिया पर असीमित हैं देखें पढ़ें और अपने ध्यान को उन पर केंद्रित करें अगर हम ऐसा करेंगे तो निश्चित ही वर्तमान में जो समस्या हमारे सामने हैं उस पर हमारा ध्यान नहीं जाएगा मन प्रसन्न रहेगा और इस कठिन दौर से अपने आप को आगे बढ़ाने में हम आत्म संतुष्ट होंगे।
कुछ दिनों तक मैं भी असमंजस में रहा क्या करूं क्या ना करूं और ऐसा सोचने के कारण मैं अपने आप को कमजोर महसूस करने लगा परंतु फिर मैंने अपनी दिनचर्या को बदला और प्रतिदिन सुबह-सुबह लगभग दो किलोमीटर मैंने घूमना प्रारंभ किया वही एकांत में आसन योग प्रक्रिया को अपनाया, मेरे अंदर एक नई ऊर्जा जगी और तब मैं अपने आप को सहज महसूस करने लगा । निश्चित ही यह जो प्रेरक बातें मैं यहां लिख रहा हूं आपको प्रभावित करेगी आप इसे अपनाने का प्रयास करेंगे और निश्चित ही मन का जो असमंजस है उससे छुटकारा पा जाएंगे।।
तो आइए योजना बनाइए योग साधना में लग जाइए और वर्तमान संकट से अपने आप को दूर कीजिए।
जीत आपकी सबकी होगी ,काया भी रहेगी निरोगी।।
एक बार पुनः प्रणाम !*****जय जीवन*****
राजेश व्यास अनुनय