प्रेम
*********प्रेम***********
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प्रेम ही निष्ठा हैं, प्रेम प्रतिष्ठा है
प्रेम सम्मान है,प्रेम इम्तिहान है
प्रेम इन्तजार है,प्रेम इजहार है
प्रेम इकरार है,प्रेम ही इंकार है
प्रेम तकरार है,प्रेम ही करार है
प्रेम सत्कार है,प्रेम जज्बात है
प्रेम शुरुआत है,प्रेम ही अंत है
प्रेम अनन्त है,प्रेम परमानंद है
प्रेम प्रतीक्षा हैं, प्रेम परीक्षा है
प्रेम सच्चाई है, प्रेम परछाई है
प्रेम तन्हाई है, प्रेम गहराई है
प्रेम विश्वास है, प्रेम प्यास है
प्रेम आशा है, प्रेम निराशा है
प्रेम आधार है, प्रेम मंझदार है
प्रेम रसीला है , प्रेम नशीला है
प्रेम भाव. है, प्रेम सदभाव है
प्रेम अनुभूति है, प्रेम स्तूति है
प्रेम सहमति है,प्रेम अनुमति है
प्रेम सरताज है,प्रेम करतार है
प्रेम बलवान है,प्रेम भगवान है
प्रेम प्रार्थना है,प्रेम अराधना है
प्रेम भावना है ,प्रेम कामना है
प्रेम सबल हैं, प्रेम ही प्रबल हैं
प्रेम कुर्बानी है ,प्रेम रूहानी है
प्रेम परवाह है, प्रेम दरगाह है
प्रेम एक दृष्टि है,प्रेम संतुष्टि है
प्रेम सुल्तान हैं, प्रेम महान है
सुखविन्द्र बहुत ही नादान है
प्रेम के लिए जीवन कुर्बान है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)