प्रेम…..
प्रेम…..
जिसे हुआ
वो फ़िर वो न रहे
वो जो हुआ करते थे
वो, वो हो गए ,
जो सोचा भी न था
राधा को हुआ प्रेम
और प्रेम का दूसरा
नाम हो गयीं.
हीर, सोहनी, शीरीं को हुआ
प्रेयसी होने का पर्याय हो गए
महिवाल, मजनू,
आशिकों के भगवान हो गए
हिमांशु Kulshrestha