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26 Jan 2024 · 1 min read

प्रेम

मैं तुम्हें यूँ ही
प्यार नहीं करता…
मेरे हर दिन का उजाला हो
तुम मेरी हर रात की चाँदनी
मेरे जज्बातों का नूर हो तुम
तुम से ही तो है
मेरी सांसो की रवानगी
तुम्हारी बांहें
मेरे लिए दुनिया की
सबसे महफूज जगह,
तुम्हारी धडकनों का शोर
मेरा पसंदीदा संगीत
काश तुम समझ पाते
मेरे अनकहे शब्दो को
मेरे प्रेम को,
तो ये अहसास
अल्फाजों, स्याही
कलम और काग़ज़ के
मोहताज ना होते..
तुम मेरे पास, मेरे साथ होते

हिमांशु Kulshrestha

Language: Hindi
95 Views

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