Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2024 · 1 min read

प्रेम

प्रेम महज
एक व्यक्ति से ना होकर
सम्बंधित है पूरी क़ायनात से ….
तुम्हारे साथ ना रहने पर भी
मैंने तुम से इश्क़ जारी रखा.
तमाम छोटी छोटी चीज
जो जुड़ी थीं तुमसे
उनसे प्रेम करता ही रहा मैं,
वज़ह यही कि बस जब …
एक बार प्रेम हो जाता है
मन मानस का,
ख़ालीपन खुद भर जाता है ..
जिससे आप प्रेम करते हैं
उससे नफरत नहीं कर सकते …..
किसी के रहने ना रहने से
न प्रेम का रूप बदलता है
ना स्वभाव,
बस एक बिम्ब होता है
जो नहीं दिखता
प्रेमी हम तब भी बने रहते हैं ….
प्रेम…..
ईश्वर और साधक जैसा है …
मूर्ति ना रहने पर भी
साधना खत्म नहीं होती
मालूम है,
ईश्वर तो मन में है …
मूर्तियों में नहीं
उसी तरह प्रेम अंतर्मन में है
प्रेमी की उपस्थिति में नहीं ….
तुम से है.
तुम्हारी उपस्थिति से नहीं
यही प्रेम का
शाश्वत होना है, सम्पूर्णता भी

हिमांशु Kulshrestha

Language: Hindi
85 Views

You may also like these posts

International Hindi Day
International Hindi Day
Tushar Jagawat
घायल नागिन शेरनी,या अपमानित नार
घायल नागिन शेरनी,या अपमानित नार
RAMESH SHARMA
खामोश
खामोश
Kanchan Khanna
मानसिक स्वास्थ्य
मानसिक स्वास्थ्य
Mamta Rani
स्पंदन  को  संगीत   मिला  था
स्पंदन को संगीत मिला था
गुमनाम 'बाबा'
मीठा जीतना मीठा हो वह घातक विष बन जाता हैं
मीठा जीतना मीठा हो वह घातक विष बन जाता हैं
Er.Navaneet R Shandily
उसे जाने दो
उसे जाने दो
Shekhar Chandra Mitra
लोगों को और कब तलक उल्लू बनाओगे?
लोगों को और कब तलक उल्लू बनाओगे?
Abhishek Soni
जीवन पर
जीवन पर
Dr fauzia Naseem shad
नाता
नाता
Shashi Mahajan
■ आज का विचार...
■ आज का विचार...
*प्रणय*
"जुलमी सूरज"
Dr. Kishan tandon kranti
दीवारों की चुप्पी में
दीवारों की चुप्पी में
Sangeeta Beniwal
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
हर कदम बिखरे थे हजारों रंग,
Kanchan Alok Malu
लोगो को आपकी वही बाते अच्छी लगती है उनमें जैसे सोच विचार और
लोगो को आपकी वही बाते अच्छी लगती है उनमें जैसे सोच विचार और
Rj Anand Prajapati
बात के हो जादूगर इस अदा से उल्फत है ।
बात के हो जादूगर इस अदा से उल्फत है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
आया करवाचौथ, सुहागिन देखो सजती( कुंडलिया )
आया करवाचौथ, सुहागिन देखो सजती( कुंडलिया )
Ravi Prakash
खुद निर्जल उपवास रख, करते जो जलदान।
खुद निर्जल उपवास रख, करते जो जलदान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
दुमदार दोहे
दुमदार दोहे
seema sharma
4159.💐 *पूर्णिका* 💐
4159.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मां
मां
Lovi Mishra
सत्ता - सुख सबको अच्छा लगता है,
सत्ता - सुख सबको अच्छा लगता है,
Ajit Kumar "Karn"
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
ओसमणी साहू 'ओश'
बदल सकती है तू माहौल
बदल सकती है तू माहौल
Sarla Mehta
सूर्य वंदना
सूर्य वंदना
Nitin Kulkarni
#व्यंग्य वाण
#व्यंग्य वाण
Rajesh Kumar Kaurav
सांझ की वेला
सांझ की वेला
Kanchan verma
घमंड ही घमंड है l
घमंड ही घमंड है l
अरविन्द व्यास
- सड़क पर चलता राहगीर -
- सड़क पर चलता राहगीर -
bharat gehlot
किसान
किसान
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...