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26 Jul 2019 · 1 min read

प्रेम विवाह

प्रेम विवाह

उन्होंने
नहीं की परवाह
जमाने की
नकार दिया
परम्पराओं को
हो गई मिसाल कायम
हो गया आगाज
परिवर्तन का
खुल गए नए द्वार
अगली पीढ़ी के लिए
वे लांघ गए सीमाएं
जाति, धर्म व राज्यों की
नहीं मिलाए गोत्र
सिर्फ दिल मिलाए
और कर लिया
प्रेम विवाह
अड़चनें नहीं बनी बाधा
उनके मजबूत
हौंसले के समक्ष

-विनोद सिल्ला©

Language: Hindi
1 Like · 399 Views
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