प्रेम मे धोखा।
प्रेम मे धोखा।
-आचार्य रामानंद मंडल।
आइ प्रो श्याम मोहन के खून बोकरैइत परान पखेरू उड़ गेल। वो हमरे मुहल्ला मे मकान बना के रहैत रहलन। हम अतीत मे खो गेली।जब हम खेमका कालेज मे पढैत रही। हम साइंस के विद्यार्थी रही। वो समाजशास्त्र के प्रोफेसर रहलन। वो हंसमुख, मिलनसार आ लोकप्रिय रहतन। विद्यार्थी सभ हुनकर पढ़ाई शैली से संतुष्ट आ खुश रहे। हम हुनका कालेज के कामन रुम मे बैडमिंटन खेलैइत देखी। कहियो एकल त कहियो डबल बैडमिंटन खेलैइत। लेकिन हुनकर प्रतिस्पर्धी खिलाड़ी होइत रहे वरून कुमार जे खेमके कालेज के एगो प्रोफेसर के बेटा रहे। वरून कुमार आ प्रोफेसर श्याम मोहन के दोस्ताना संबंध रहे। कारण कि एक तुरिया रहे।
जब मैच होय त प्रो श्याम मोहन अपन सुन्नर पत्नी सोनिया के मैच देखाबे के लेल अवश्ये लाबे। सोनिया अपना संग अपन साल भर के रुपवान बेटा, एगो पानी के बोतल आ चाय से भरल थरमस भी लाबे।मैच के दौरान जब प्रो साहेब के कंठ सुखे त सोनिया से लेके पानी पियैथ आ थकान महसूस होय त चाय पियैथ। लेकिन वो वरून के अवश्ये पानी आ चाय पिआबथि।
मैच मे प्रो साहेब आ वरून के प्रतिस्पर्धा देखैइत बने। शारीरिक कसाबट मे वरून प्रोफेसर साहब से बीस रहे।जेकर फायदा अंततः बरून के मिल ही जाय। प्रोफेसर साहब बरुन से मैच हार जाय। माने कि पांच मैच होय त दू मैच प्रोफेसर साहब जीते त तीन मैच बरून जीत जाय।अइ मैच के असर त प्रोफेसर साहब आ बरुन पर त न परे। लेकिन असर प्रोफेसर साहब के पत्नी सोनिया पर अवश्ये पड़े। सोनिया बरून के तरफ आकर्षित होय लागल। धीरे धीरे सोनिया प्रो श्याम मोहन से कटे लागल।
जब प्रो श्याम मोहन ड्यूटी पर कालेज जाय त वरुन प्रोफेसर साहब के आवास पर आ जाय।बरून आ सोनिया प्यार के बात करे।आ एक दिन प्यार करैत करैत दुनू के देह एक हो गेल। माने कि सोनिया आ बरुन मे बासना के प्यार रहे। हालांकि बरून के बिआह भे गेल रहे।
प्रोफेसर साहब दुनू के रासलीला एक दिन देख लेलन। प्रोफेसर साहब सोनिया के खूब समझैलन। अंहा इ सभ कियैक करै छी। अंहा एगो बेटा के माय भी छी।
लेकिन सोनिया कह लक कि हम बरुन से प्यार करैइ छी।हम बरून के संगे रहब। प्रोफेसर साहब कहलन-हमरा घर से निकल जाउ। लेकिन सोनिया कहलक-अंही घर से निकल जाउ।इ मकान त हमर हैय। हमरा नाम से जमीन आ घर हैय।अपना बेटा के भी ले जाउ।
प्रोफेसर साहब त सोनिया से सच्चा प्रेम करैत रहे।आंखि से लोर चुअबैत बेटा प्रियांशु के लेइत घर से निकल गेलन। वो शहर मे अपना घर से दूर भाड़ा पर डेरा लेके रहे लगनन। बाद मे यही महल्ला मे जमीन खरीद के मकान बना लेलन।बेटा के भी पढाबे लगनन। अपने पत्नी के देल प्रेम मे धोखा आ पत्नी के प्रेम के बियोग मे शराब आ सिगरेट पिये लगला।बेटा इंजिनियरिंग पढ़ैत रहे।दूर्दिन एहन भे गेल कि इंजीनियरिंग कॉलेज से आवास अबैत काल बाढ़ में उफनैत नदी मे नावि उलैटि गेला से डुब के मर गेल। प्रोफेसर साहब प्रेम में धोखा आ इ आघात नहिं सहि सकिला।वो खाट पकड़ि ले ला। पड़ोसी सभ डागडर से देखैलन।पर वो खुन बोकरैत दुनिया से विदा भे गेलन। सोनिया के अनुकंपा पर कालेज मे किरानी के नौकरी मिल गेल। सारा विरासत के मलकाइन बन गेल। अइला कि प्रो श्याम मोहन पत्नी के देल प्रेम मे धोखा के बादो अपन प्रेम के कारण तलाक न देले रहथि। बरुन आइ सोनिया के छोड़ के अपना परिवार संग जीवन जी रहल हैय। सोनिया अकेले जीवन बिता रहल हैय।अपना कोठरी मे प्रो श्याम मोहन के फोटो टंगलै हैय।जै पर सुखल माला टांगल हैय।
स्वरचित © सर्वाधिकार रचनाकाराधीन
रचनाकार-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।