Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Apr 2023 · 1 min read

प्रेम में डूब जाने वाले,

प्रेम में डूब जाने वाले,
उबरे कैसे?
प्रेम पाने वाले ,
मोक्षधाम पा गये।

बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।

1 Like · 335 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Buddha Prakash
View all
You may also like:
कुदरत और भाग्य......एक सच
कुदरत और भाग्य......एक सच
Neeraj Agarwal
एक दो गाना संस्कृत में
एक दो गाना संस्कृत में
मधुसूदन गौतम
वो इश्क़ अपना छुपा रहा था
वो इश्क़ अपना छुपा रहा था
Monika Arora
XOILAC TV là kênh xem bóng đá trực tiếp miễn phí được người
XOILAC TV là kênh xem bóng đá trực tiếp miễn phí được người
Xoilac TV
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर #विशेष_कविता:-
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर #विशेष_कविता:-
*प्रणय*
कुछ पाने की कोशिश में
कुछ पाने की कोशिश में
Surinder blackpen
तेरी जुल्फों के साये में भी अब राहत नहीं मिलती।
तेरी जुल्फों के साये में भी अब राहत नहीं मिलती।
Phool gufran
वो जो मुझको रुलाए बैठा है
वो जो मुझको रुलाए बैठा है
काजू निषाद
*शादी की जो आयु थी, अब पढ़ने की आयु (कुंडलिया)*
*शादी की जो आयु थी, अब पढ़ने की आयु (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
किसान मजदूर होते जा रहे हैं।
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
गीत
गीत
Shweta Soni
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ये जो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते हैं।
ये जो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालते हैं।
Manoj Mahato
वक्त के साथ
वक्त के साथ
Chitra Bisht
*तेरे इंतज़ार में*
*तेरे इंतज़ार में*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मेरी ज़िंदगी की हर खुली क़िताब पर वो रंग भर देता है,
मेरी ज़िंदगी की हर खुली क़िताब पर वो रंग भर देता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
महबूबा
महबूबा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
"बोझ बस्ते का"
Dr. Kishan tandon kranti
किताब
किताब
Sûrëkhâ
मन मोहन हे मुरली मनोहर !
मन मोहन हे मुरली मनोहर !
Saraswati Bajpai
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
DrLakshman Jha Parimal
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
तुलनात्मक अध्ययन एक अपराध-बोध
Mahender Singh
‘ विरोधरस ‘---6. || विरोधरस के उद्दीपन विभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---6. || विरोधरस के उद्दीपन विभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔غزل۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔
۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔غزل۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔
Dr fauzia Naseem shad
जीवन में सबसे मूल्यवान अगर मेरे लिए कुछ है तो वह है मेरा आत्
जीवन में सबसे मूल्यवान अगर मेरे लिए कुछ है तो वह है मेरा आत्
Dr Tabassum Jahan
स्त्री न देवी है, न दासी है
स्त्री न देवी है, न दासी है
Manju Singh
मनवा मन की कब सुने,
मनवा मन की कब सुने,
sushil sarna
Sad shayri
Sad shayri
Surya Barman
बेसहारा दिल
बेसहारा दिल
Dr. Rajeev Jain
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...