प्रेम गजब है
“प्रेम पारस है जिसे छू ले उसे चन्दन कर दे,
प्रेम इबादत है , जिसे हो जाएं उसे खुदा कर दे,
प्रेम सफर है जिसे हो जाएं उसे मुसाफिर कर दे,
प्रेम तपस्या है जिसे हो जाएं उसे फकीर कर दे,
प्रेम गजब है जिसे हो जाएं उसे अजब कर दे।।”
: राकेश देवडे़ बिरसावादी