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14 Oct 2024 · 1 min read

प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो

प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
जग में समता का रँग घोल दो घोल दो
देश बाँटो नहीं जात में पात में
तुम ह्रदय के पटल खोल दो खोल दो
डॉ अर्चना गुप्ता
14.10.2024

Language: Hindi
1 Like · 50 Views
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