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24 Aug 2020 · 1 min read

प्रेम के जसाले

प्रेम के जसाले
***********
1
तू
खुली
किताब
की उलझी
सी पहेली है
तुझे पढ़कर
मैं कैसे सुलझाऊँ
**************
2
मैं
खुली
किताब
का उड़ता
हुआ पन्ना सा
स्पर्श तेरे नर्म
हाथों का सदा पाऊँ
*****************
3
मैं
और
तू, हम
बन कर
हमसफर
एक रहगुजर
साथ चलते जाएं
*****************
4
ये
मेरा
जीवन
तेरे लिए
हर जन्म में
बस तेरे लिए
आरक्षित, कुर्बान
******************
5
तू
मेरे
सांसों की
है मल्लिका
बिछ जाऊँ मैं
तेरी पलकों पे
महकता चमन
**********************
6
तू
खिले
फूलों की
सुगंधी सी
तेरी लेकर
भीनी सी महक
गद गद हो जाऊं
************************
7
मैं
करुं
तेरा ही
जीवन में
इन्तजार
चंद सांसे मेरी
है मनसीरत की
***********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
534 Views
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