— प्रेम की भाषा —
अपना बनाने के लिए
काफी है मिठास का होना
प्रेम को जताने के लिए
इश्क में सब लुटाने के लिए
प्रेम की भाषा का होना
बहुत जरुरी है
मोहोब्बत का इजहार करना
प्यार में आगे बढ़ना
जज्बातों का ख्याल रखना
इशक में मर मिटने के लिए
प्रेम की भाषा का होना
अत्यंत जरुरी है
कोई कैसे अपना बने
कोई किसी से नफरत न करे
न मन में कोई द्वेष पले
चलते रहे प्यार के सिलसिले
तभी तो कहा है
प्रेम की भाषा का
होना ही तो जरुरी है
अजीत कुमार तलवार
मेरठ