प्रेम की अभिलाषा
मैं उसके दिलों की रानी हूँ
मन के पन्नों की कहानी हूँ
कृष्ण की जैसे राधा है
मैं उसकी प्रेम दीवानी हूँ
जान मेरी वो जानम उसकी हूँ
धड़कनो में बसी सनम उसकी हूँ
एहसास दिलों के जोड़े है हमने
धर्म मेरा वो मैं कर्म उसकी हूँ
अरदास मेरा वो प्रार्थना उसकी हूँ
दिल में बसी मैं रचना उसकी हूँ
हर शब्द मेरे उसके एहसास से जुड़े हैं
प्रीत मेरा वो दिल की अर्चना उसकी हूँ
रूह मेरी वो रूह में बसी जान उसकी हूँ
नेह मेरा वो दिल में बसी प्राण उसकी हूँ
सदाकत है उसके चेहरे में प्यारा सा नूर है
तिश्नगी है वो मेरे प्रेम की अभिलाषा उसकी हूँ
ममता रानी