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11 Feb 2024 · 1 min read

प्रेम की अनमोल पूंजी

जिसके मन में प्रेम भरा हो और
जो हो प्रेम का सागर
उसे जीवन में प्रेम न मिले तो
उसका हश्र क्या होगा
वह कृष्ण की भक्ति में डूबा
मीरा का रूप बन जायेगा
भक्ति रस में डूबकर ही
प्रेम को प्राप्त कर पायेगा
सम्पूर्ण संसार और ब्रह्मांड उसे
प्रभु के नयनों में ही
नजर आयेगा
प्रभु के चरणों में,
उनकी सेवा में अर्पित
उसका जीवन
प्रेम की अनमोल पूंजी को अन्ततः
अवश्य ही पायेगा।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
64 Views
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