Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2024 · 1 min read

*प्रेम का सिखला रहा, मधु पाठ आज वसंत है(गीत)*

प्रेम का सिखला रहा, मधु पाठ आज वसंत है(गीत)
_________________________
प्रेम का सिखला रहा, मधु पाठ आज वसंत है
1)
जो मिले उसको हृदय से, अब लगाना सीखना
नेत्र में आत्मीयता भर, मित्रवत ही दीखना
आज अपनापन भरी, मन की उड़ान अनंत है
2)
जो मिली हमको सदी है, उस सदी को हम जिऍं
गंध फूलों की चुरा कर, पुष्प रस को फिर पिऍं
मुस्कुराती हर दिशा, विस्तृत अनूप दिगंत है
3)
कह रहा है मन प्रफुल्लित, आज गाना चाहिए
जो रहे रूठे अभी तक, वह मनाना चाहिए
पीत वस्त्रों को पहन, यह लग रहा मन संत है
———————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा रामपुर, उत्तर प्रदेश मोबाइल 9997615451

299 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

जिनका ईमान धर्म ही बस पैसा हो
जिनका ईमान धर्म ही बस पैसा हो
shabina. Naaz
हम आज भी
हम आज भी
Dr fauzia Naseem shad
पहाड़ की होली
पहाड़ की होली
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हमेशा एक स्त्री उम्र से नहीं
हमेशा एक स्त्री उम्र से नहीं
शेखर सिंह
मेरा सुकून
मेरा सुकून
Umesh Kumar Sharma
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
यहा हर इंसान दो चहरे लिए होता है,
Happy sunshine Soni
संगीत वह एहसास है जो वीराने स्थान को भी रंगमय कर देती है।
संगीत वह एहसास है जो वीराने स्थान को भी रंगमय कर देती है।
Rj Anand Prajapati
The Drought
The Drought
Buddha Prakash
म़गरुर है हवा ।
म़गरुर है हवा ।
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
कड़वा सच
कड़वा सच
Dr.Pratibha Prakash
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
चिंगारी बन लड़ा नहीं जो
AJAY AMITABH SUMAN
प्रीत
प्रीत
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
अयोध्या का राम मंदिर
अयोध्या का राम मंदिर
Dr Archana Gupta
मां वह अहसास
मां वह अहसास
Seema gupta,Alwar
सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
डॉ.सीमा अग्रवाल
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
4407.*पूर्णिका*
4407.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रामजी हमारा एहसान मानते हैं
रामजी हमारा एहसान मानते हैं
Sudhir srivastava
One day you will realized that happiness was never about fin
One day you will realized that happiness was never about fin
पूर्वार्थ
🙏😊🙏
🙏😊🙏
Neelam Sharma
"" *माँ के चरणों में स्वर्ग* ""
सुनीलानंद महंत
परित्यक्त अपने को सक्षम करें।
परित्यक्त अपने को सक्षम करें।
Dr.sima
मैं जा रहा हूँ.........
मैं जा रहा हूँ.........
NAVNEET SINGH
"झूठे लोग "
Yogendra Chaturwedi
गीत
गीत "आती है अब उनको बदबू, माॅ बाबा के कमरे से"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
शोख लड़की
शोख लड़की
Ghanshyam Poddar
पता ही न चला
पता ही न चला
Juhi Grover
मुझे उड़ना है
मुझे उड़ना है
सोनू हंस
"लोग करते वही हैं"
Ajit Kumar "Karn"
Loading...