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22 Sep 2021 · 1 min read

प्रेम का ज्ञान

मानवजाति के लिए
प्रेम का अर्थ
न जाने क्या है
प्रेम की परिभाषा
न मालूम क्या है
प्रेम का ज्ञान है
बिल्कुल शून्य या
बहुत ही अल्प
प्रेम सिर्फ पाना चाहता है
करना किसी को नहीं चाहता
अपना भला चाहता है
बाकी सबका विनाश
मुंह से दुआयें देता है
मन के भीतर विष है भरा
अपने लिए जीना चाहता है
सारी सृष्टि का संहार करके।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
756 Views
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