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1 Dec 2023 · 3 min read

प्रेम और युवा

युवाओं के हित मे समर्पित..

IMP Note For Everyone:
कहीं आपने तो ये गलती नही कि🤔

पिछले कुछ दिनों से लगातार कई comment इस तरह कि मिली है।
जिनमे युवा, प्यार के नाम पर शारीरिक सम्बन्ध बना रहे है। और फिर एक दूसरे से अलग होना चाहते है। मुख्यतः बहने इस चीज़ से बाहर आने में सहज नही है। अतः यह पोस्ट महत्वपूर्ण है…

सदा याद रखिये:-

“Love हमेशा Rise करता है…
Fall in Love कभी नही…
और यदि Fall हुआ है तो फिर वहां प्रेम नही। सिर्फ देह का झूठा आकर्षण है✅

अब समझिये आखिर प्यार क्या है?
What is Love? ❤️

आज हमारे समाज में कई बार युवा प्रेम की सही समझ के अभाव में तनाव में चले जाते है। साथ ही बेहद ही दर्द में जीते है।शायद कई बार उन्हें जीवन का अंत करना ही उचित नज़र आता है, जो कि पूर्णतः अनुचित है✅

अतः हमें यह ज़रूर ज्ञान होना चाहिए,,
कि प्रेम आखिर होता क्या है?
🌻क्या इसकी शक्ति है?
🌻क्या इसका स्वरूप है?
🌻और कितना व्यापक है इसका प्रभाव?

सदा याद रखे।
प्रेम सदा ही एक “दिव्य भाव” है,जिसे सबसे खूबसूरत एहसास भी कह सकते है। अर्थात प्रेम सदा ही एक पवित्र और शुद्ध भावना है…

📝It means:-
प्रेम कभी भी बुद्धि और तर्क का विषय नही । अपितु यह तो ह्रदय और भावना का विषय है। और जिस रिश्ते में बुद्धि और तर्क ज़्यादा हावी होने लग जाए वहां भावनाएं बिखर जाती है…और जब भावनाएं बिखरने लगती है, तब विश्वास कि जड़े कट जाती है✅
और जब विश्वास ही स्थिर नही, तो
वहां प्रेम हो ही कैसे सकता है??
क्योंकि प्रेम तो विश्वास का ही दूसरा नाम है❤️

प्रेम एक खूबसूरत एहसास भी है। जो खुद से पहले अपने प्रेमी का हित देखता है। प्रेम उस निःस्वार्थ और निष्कपट भावना का ही एक प्रतीक है। जो किसी व्यक्ति को अपने प्रेमी के प्रति पूर्ण विश्वास से सर्वस्व समर्पण हेतु प्रेरित करती है

अतः Love is THE COMMITMENT
जो व्यक्ति को एक निष्ठ होकर सद्चरित्र और सदाचारी जीवन जीने का मार्ग दिखाती है…

Dear One सदा याद रखिये👈

प्रेम लेने के नही,बल्कि देने के भाव पर टिका है। यदि आप प्रेम में कोई भी
अपेक्षा रखते है,तो इसी जगह
आप सच्चे प्रेम से दूर हो जाते है
क्योंकि प्रेम कभी कोई लेन देन का व्यापार नही।अपितु त्याग और बलिदान की मिसाल है

प्रेम आत्मा का विषय है, देह का नही । क्योंकि जब प्रेम में देह भाव हावी होने
लग जाए, तभी से प्रेम दूषित हो जाता है।
(Note:- यहाँ खुद के प्रेम को परखे
आपको हकीकत दिख जाएगी

प्रेम स्वयं ही ईश्वर कि सर्वोत्तम अभिव्यक्ति है । जो यदि आपके दिल मे है तो वह आपका पतन नही बल्कि
सदा आपके मंगल का ही कारण बनेगी…
इसीलिये सच्चे प्रेम में कभी भी Fall नही हो सकता। यह तो सदा
RISE in Love के लिये जिम्मेदार है❣️

सच्चा प्रेम आपको निडर बनाता है
हर भय से मुक्त करता है । मगर जहां भय जीवित है वहाँ प्रेम कैसे हो सकता है? खुद विचार कीजिये

प्रेम सदा ही विघ्न नाशी होता है,,,
और इसीलिये जहां प्रेम है वहाँ कोई समस्या नही ।लेकिन यदि आपके जीवन मे मुश्किले है,तो फिर वहां प्रेम नही। क्योंकि प्रेम तो स्वयम ही हर समस्या का अंत है…❣️

🔥अतः प्रत्येक युवा को मोह और
प्रेम में अंतर ज्ञात होना ही चहिये…🔥

क्योंकि
🌻मोह व्यक्ति के मन मे आसक्ति पैदा कर उसे दुर्बल बनाता है ।जबकि
प्रेम हर आसक्ति से उठाकर उसे मजबूत बनाता है।

🌻प्रेम तो वह पवित्र बंधन है जो हर झूठे माया के बंधनों से आज़ाद करता है जबकि मोह,व्यक्ति को माया के
बन्धनों में गुलाम बनाता है।

🌻प्रेम हर समस्या का समाधान है
जबकि मोह हर समस्या कि जड़ है

🌻प्रेम तो स्पष्टता का ही दूसरा नाम है
संशय का नही। और जहां संशय है
वहाँ प्रेंम नही ✅

🌻अतः यदि आप भी जीवन के किसी ऐसे मानसिक उथल पुथल के
दौर से गुज़र रहे है । और सिर्फ मोह में अंधे होकर किसी भोगी को अपना शरीर शोषण करने के लिये सौंप दिया है।तो आप तुरंत सचेत हो जाइए🙏

🌻और एक बार फिर पूर्ण शांति और धैर्य से ईश्वर को साक्षी मानकर गहराई से विचार ज़रूर कीजिये।
कि मेरा ये कदम मेरे” माता पिता” के साथ अन्याय नही?👈

🌿आपका जीवन सिर्फ आपका नही है बल्कि यह उन सभी का है जो आपसे जुड़े हुए है अतः इसके अंत का ख्याल कभी मन मे न लाये,बल्कि सत्य क्या है प्रेम का । इस ज्ञान को धारण कर जीवन मे आगे बढ़ने का प्रयास करे…

Language: Hindi
Tag: लेख
118 Views
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