Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2020 · 1 min read

प्रीत

हम बड़े बनें
इस संसार में
रहें सब संग
हमारी प्रीत
क्योंकि यहीं है
इस संसार की
एक बेहतर,सुखद
प्यारी रीत।।

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 347 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आसमां से गिरते सितारे का एक लम्हा मैंने भी चुराया है।
आसमां से गिरते सितारे का एक लम्हा मैंने भी चुराया है।
Manisha Manjari
मर्यादा की लड़ाई
मर्यादा की लड़ाई
Dr.Archannaa Mishraa
डॉ अरूण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक 😚🤨
डॉ अरूण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक 😚🤨
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आशा
आशा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
■ आज का चिंतन
■ आज का चिंतन
*प्रणय*
गीतिका
गीतिका
surenderpal vaidya
पैसा अगर पास हो तो
पैसा अगर पास हो तो
शेखर सिंह
4252.💐 *पूर्णिका* 💐
4252.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
भगवान बुद्ध
भगवान बुद्ध
Bodhisatva kastooriya
राम छोड़ ना कोई हमारे..
राम छोड़ ना कोई हमारे..
Vijay kumar Pandey
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
शब्द बहुत शक्तिशाली होते है हालांकि शब्दो के दाँत नही होते ल
Ashwini sharma
ग़ज़ल _ नहीं भूल पाए , ख़तरनाक मंज़र।
ग़ज़ल _ नहीं भूल पाए , ख़तरनाक मंज़र।
Neelofar Khan
मै थक गया
मै थक गया
भरत कुमार सोलंकी
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"जरा देख"
Dr. Kishan tandon kranti
यूँ ही क्यूँ - बस तुम याद आ गयी
यूँ ही क्यूँ - बस तुम याद आ गयी
Atul "Krishn"
हँसते गाते हुए
हँसते गाते हुए
Shweta Soni
गलत रास्ते, गलत रिश्ते, गलत परिस्तिथिया और गलत अनुभव जरूरी ह
गलत रास्ते, गलत रिश्ते, गलत परिस्तिथिया और गलत अनुभव जरूरी ह
पूर्वार्थ
अंधेरे का सच
अंधेरे का सच
Kshma Urmila
मूक संवेदना
मूक संवेदना
Buddha Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
हौसले के बिना उड़ान में क्या
हौसले के बिना उड़ान में क्या
Dr Archana Gupta
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
नहीं देखी सूरज की गर्मी
नहीं देखी सूरज की गर्मी
Sonam Puneet Dubey
*नहीं हाथ में भाग्य मनुज के, किंतु कर्म-अधिकार है (गीत)*
*नहीं हाथ में भाग्य मनुज के, किंतु कर्म-अधिकार है (गीत)*
Ravi Prakash
कामयाबी का नशा
कामयाबी का नशा
SHAMA PARVEEN
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
Raju Gajbhiye
ଆପଣ କିଏ??
ଆପଣ କିଏ??
Otteri Selvakumar
24, *ईक्सवी- सदी*
24, *ईक्सवी- सदी*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
"मित्रता दिवस"
Ajit Kumar "Karn"
Loading...