Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

प्रीत ऐसी जुड़ी की

प्रीत तुझसे एैसी जुड़ी कि

उमंग का मन में डेरा है ,

मन के भावों को आज फिर

मैंने कागज पर उड़ेला है ,

रूबरू ना हो पाऊं सुनाने मन की

कागज-कलम से शब्दों का रेला है ,

रुह को छुआ था इस दिवस पर

बस प्यारा सा एहसास दे रहा है

मिलते हैं अनेक जीवन के सफर में

सुन कर आज मधुरस्वर यादों ने घेरा है ,

खुशी एक चीज ऐसी है मिल जाए

जब तो जीवन में सेहरा है ,

तमन्ना यहीं मन में एक यह भी

न जाने जीवनडोर का कितना जेला है,

खुशियों के चार चांद लग जाऐगे

बस एकबार देखना तेरा चेहरा है ।

सफर यूं मीठी यादों चलता रहेगा

आगे बढ़ो तुम यही मन दुआ दे रहा है,

नेह धागों में पिरों रखा है वह पल मैनै

उसमें ना जाने क्यूं? अपनापन ठहरा है।

नूं तो मैं मस्त हूं अपनी प्यारी गृहस्थी में

प्यार, अपनत्व का सुनहरा सवेरा है,

हरगिज़ पन्ना खोलते नहीं अपनी किताब का

कि आंखों से अश्क अभी तक बह रहा है।

-सीमा गुप्ता,अलवर राजस्थान

Language: Hindi
114 Views

You may also like these posts

"एक पुष्प का जीवन"
राकेश चौरसिया
इन दिनों
इन दिनों
Dr. Kishan tandon kranti
विचारों की सुन्दरतम् प्रस्तुति का नाम कविता
विचारों की सुन्दरतम् प्रस्तुति का नाम कविता
कवि रमेशराज
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
4715.*पूर्णिका*
4715.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हुनर का मेहनताना
हुनर का मेहनताना
आर एस आघात
ख्वाब में देखा जब से
ख्वाब में देखा जब से
Surinder blackpen
दाग
दाग
Neeraj Agarwal
वक्त सीखा ही देता है,आपको जिंदगी जीने का हुनर... फिर क्या नस
वक्त सीखा ही देता है,आपको जिंदगी जीने का हुनर... फिर क्या नस
Ranjeet kumar patre
सौ बार मरता है
सौ बार मरता है
sushil sarna
हो मेहनत सच्चे दिल से,अक्सर परिणाम बदल जाते हैं
हो मेहनत सच्चे दिल से,अक्सर परिणाम बदल जाते हैं
पूर्वार्थ
याद है तुम्हे..
याद है तुम्हे..
हिमांशु Kulshrestha
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
गुमनाम 'बाबा'
नाम मौहब्बत का लेकर मेरी
नाम मौहब्बत का लेकर मेरी
Phool gufran
#लघु कविता
#लघु कविता
*प्रणय*
ज़िंदगी हो जिसमें, वो सुब्ह नज़र में रखना ,
ज़िंदगी हो जिसमें, वो सुब्ह नज़र में रखना ,
Dr fauzia Naseem shad
धर्मांध
धर्मांध
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
#ਨੀਂਵੀਂ ਪਾ ਹੱਥਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜ ਦੇ
#ਨੀਂਵੀਂ ਪਾ ਹੱਥਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜ ਦੇ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
कुंडलिया
कुंडलिया
आर.एस. 'प्रीतम'
क्यों है अहम तुमको खुद पर इतना
क्यों है अहम तुमको खुद पर इतना
gurudeenverma198
जीवन है बस आँखों की पूँजी
जीवन है बस आँखों की पूँजी
Suryakant Dwivedi
वक्त ये बदलेगा फिर से प्यारा होगा भारत ,
वक्त ये बदलेगा फिर से प्यारा होगा भारत ,
Neelofar Khan
गर्मी
गर्मी
Ahtesham Ahmad
*श्रीराम*
*श्रीराम*
Dr. Priya Gupta
थोड़ा राज बनकर रहना जरूरी हो गया है दोस्त,
थोड़ा राज बनकर रहना जरूरी हो गया है दोस्त,
P S Dhami
**आजकल के रिश्ते*
**आजकल के रिश्ते*
Harminder Kaur
अर्ज किया है जनाब
अर्ज किया है जनाब
शेखर सिंह
*जनता का वाहन कहो, रिक्शा जिंदाबाद (कुंडलिया)*
*जनता का वाहन कहो, रिक्शा जिंदाबाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"अपना "
Yogendra Chaturwedi
तुम बेबाक बोलो, देश कर्णधार
तुम बेबाक बोलो, देश कर्णधार
डॉ. शिव लहरी
Loading...