प्रीतम
कागा चुग गए मोरे नैनन को
किस बिध पिया देखूं तोय
दो नयनन के अजब खेल में
पिया जीते न ही मोय
~ पुर्दिल सिद्धार्थ
प्रीत परा था मन के आंगन में
मन ढूंढे सगरे संसार
प्रीतम मिले तो कह दूंगी
मिलन में मन नहीं दीवार
~ सिद्धार्थ
कागा चुग गए मोरे नैनन को
किस बिध पिया देखूं तोय
दो नयनन के अजब खेल में
पिया जीते न ही मोय
~ पुर्दिल सिद्धार्थ
प्रीत परा था मन के आंगन में
मन ढूंढे सगरे संसार
प्रीतम मिले तो कह दूंगी
मिलन में मन नहीं दीवार
~ सिद्धार्थ