प्रिय अटल जी
अटल जी का स्थान विश्व के पटल पर है।
भारत के अनमोल रत्न है भारत रत्न है।
भाषण के भीष्म है।
कविता के सम्राट है।
धर्म मे धर्मराज है।
सोच में अर्जुन है।
दान में कर्ण है।
पराक्रम में भीम है।
भारत को चलाने वाले रथ सारथी कृष्ण है।
अटल संघर्ष का नाम है।
सच्चा और अच्छा व्यक्तित्व
साधारण जीवन, असाधारण अंतर्मुखी प्रतिभा,
चुनाव हारे, फिर जीते,
फिर हारे, फिर जीते,
मगर जनता के दिल आप सदा जीते।
भारत के विकास के लिए निरंतर सेवक बने।
विश्व के नेता,आप अमर है।
हे देश भक्त आप हमारे दिल में रहते हैं।
अटल जी आप अमर है।
अटल जी आप अमर है….
जि.विजय कुमार
हैदराबाद, तेलंगाना