Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jun 2020 · 1 min read

प्रितक व्यथा (हास्य कविता)

किये अभगला प्रीत केले तों
आब भोग प्रितक तों दण्ड
बड़े निक छलहू तोहर प्रेयसी
बड़े रहौ ने प्रेम क घमंड !!

ई प्रेम ककर भेेले अहि जग में
जे तोहर प्रेम नै भेटलौ तौरा।
जकरा देलें तों फुलक गुच्छा
बैह मारि देलको मुंहे हथौड़ा!!

वोही छोड़ी के चक्कर में तों
बनि गेलें लोफर आर लुच्चा ।
सनटिटहा सन् देह लगे छौ
चलि फटीचर के धेले समुच्चा !!

धूर्र जाऊ प्रेम पर गिरो ठनका
प्रेम सनक किछु नै अधलाह।
राति भरि कनला कका आ
भिंसवरा में जोड़ स बजलाह !!

दीपक झा रुद्रा
कवि /शायर;मैथिली,हिंदी उर्दू।

Language: Hindi
2 Likes · 5 Comments · 514 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रतिस्पर्धाओं के इस युग में सुकून !!
प्रतिस्पर्धाओं के इस युग में सुकून !!
Rachana
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
Aarti sirsat
आशार
आशार
Bodhisatva kastooriya
आपसी की दूरियों से गम के पल आ जाएंगे।
आपसी की दूरियों से गम के पल आ जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
अपना नैनीताल...
अपना नैनीताल...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*शुभ विवाह की मंगल-ध्वनि से, विहॅंस रहा संसार है (गीत)*
*शुभ विवाह की मंगल-ध्वनि से, विहॅंस रहा संसार है (गीत)*
Ravi Prakash
AE888 - Nhà Cái Số 1, Giao Dịch Siêu Tốc, Nạp Rút An Toàn. T
AE888 - Nhà Cái Số 1, Giao Dịch Siêu Tốc, Nạp Rút An Toàn. T
AE888
विश्व कप लाना फिर एक बार, अग्रिम तुम्हें बधाई है
विश्व कप लाना फिर एक बार, अग्रिम तुम्हें बधाई है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इस बुझी हुई राख में तमाम राज बाकी है
इस बुझी हुई राख में तमाम राज बाकी है
कवि दीपक बवेजा
बस भगवान नहीं होता,
बस भगवान नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आग और पानी 🔥🌳
आग और पानी 🔥🌳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मेरे वर्णों को नया आयाम दिया
मेरे वर्णों को नया आयाम दिया
Pramila sultan
धुन
धुन
Sangeeta Beniwal
माँ : तेरी आंचल में.....!
माँ : तेरी आंचल में.....!
VEDANTA PATEL
गर गुनहगार मै हूँ तो गुनहगार तुम भी हो।
गर गुनहगार मै हूँ तो गुनहगार तुम भी हो।
Ashwini sharma
"आए हैं ऋतुराज"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
उफ़  ये लम्हा चाय का ख्यालों में तुम हो सामने
उफ़ ये लम्हा चाय का ख्यालों में तुम हो सामने
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
यथार्थवादी कविता के रस-तत्त्व +रमेशराज
यथार्थवादी कविता के रस-तत्त्व +रमेशराज
कवि रमेशराज
शुभ होली
शुभ होली
Dr Archana Gupta
यायावर
यायावर
Satish Srijan
"आँख और नींद"
Dr. Kishan tandon kranti
छोटी कहानी -
छोटी कहानी - "पानी और आसमान"
Dr Tabassum Jahan
राजनीति के फंडे
राजनीति के फंडे
Shyam Sundar Subramanian
सपना
सपना
ओनिका सेतिया 'अनु '
फूल है और मेरा चेहरा है
फूल है और मेरा चेहरा है
Dr fauzia Naseem shad
वह मुझे चाहता बहुत तो था
वह मुझे चाहता बहुत तो था
Shweta Soni
भीम राव हैं , तारणहार मेरा।
भीम राव हैं , तारणहार मेरा।
Buddha Prakash
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
manjula chauhan
3914.💐 *पूर्णिका* 💐
3914.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*** शुक्रगुजार हूँ ***
*** शुक्रगुजार हूँ ***
Chunnu Lal Gupta
Loading...