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19 Sep 2016 · 1 min read

प्रार्थना

प्रार्थना

दवाओं में नहीं दुआओं में ही फलती है प्रार्थना
देवता नहीं यहाँ पत्थरों में ही फलती है प्रार्थना

जमीन पर उतर आतें है जब रख मनुज का रूप
राम की भावनाओं मे शंकर की पनपती है प्रार्थना

अहिल्या बनी गौतम शाप से मूक पाषाण खण्ड
तब उसे तारने की भगवान की सजती है प्रार्थना

जब आतंकित हुए मथुरा के वासी काली देह से
तब उसे मार भगाने के लिए भी खिलती है प्रार्थना

बड़ता है पाप और अनीति का अत्याचार जमीं पे
ईश्वर के अवतार की कहानी लिखती है प्रार्थना

डॉ मधु त्रिवेदी

Language: Hindi
72 Likes · 580 Views
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