प्राण प्रतीस्था……….
प्राण प्रतीस्था……….
प्राण प्रतिष्ठा हो जाने दो
राम राज आ जायेगा
छोड़ पन्द्रह प्रतिशत को फिर
अँधियारा छा जायेगा ।।
नही मिलेगी कभी देश में
किसी शूद्र को आजादी
किस्मत इनकी लिखी जा रही
निश्चित होगी बर्बादी
पुनः नारियल के जैसा ही
सर को फोड़ा जायेगा ।।
रोज हजारों शम्बूकों की
गर्दन काटी जायेगी
बेगुनाह इन्सानों से यह
धरती पाटी जायेगी
नारी दलित गरीबों को यह
कालचक्र खा जायेगा ।।
प्राण प्रतिष्ठा हो जाने दो
राम राज आ जायेगा
छोड़ पन्द्रह प्रतिशत को फिर
अँधियारा छा जायेगा ।।
अभी छिना आरक्षण केवल
खिंची माथ पर रेखा है
शोषित कैसे मारे जाते
ट्रेलर सब ने देखा है
शिक्षा दौलत रोटी अस्मत
सब कुछ लूटा जायेगा ।।
पिछड़ी, दलित, शोषितों
तुमको दण्डित किया जायेगा।
बेटी बहुओं के अस्मिता
खुलकर लुटा जायेगा
मटका झाड़ू वाली परंपरा
दुबारा लाया जाएगा।।
प्राण प्रतिष्ठा हो जाने दो
राम राज आ जायेगा
छोड़ पन्द्रह प्रतिशत को फिर
अँधियारा छा जायेगा ।।
ऋतुराज वर्मा