अमन हिंद की महिलाएँ हैं ,प्रेममयी मुस्कान हैं
अमन, हिंद की महिलाएँ हैं, प्रेममयी मुस्कान है|
बेटी, माता, पत्नीरूपी सुंदर अमल वितान हैं |
पावन मंदिर अपनापन का, तथा भाव आकाश बन
नेह लुटातीं, सदा सुपावन जीवन का मृदु गान हैं|
बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता
महिला दिवस पर आप सभी को अनंत हार्दिक शुभकामनाएँ