प्रश्न! प्रश्न लिए खड़ा है!
आज हमारे देश को
क्या हो गया है।
इसका पुराना प्रश्न
कहाँ पर खो गया है।
बेरोजगारी और मंहगाई
के प्रश्न लेकर,
क्यों नही देश आज
आवाज उठा रहा है।
जहाँ आज बेरोजगारी
बहुत बड़ी समस्या का
कारण बन गया है।
कही पढे लिखे नौजवान
मजदूर बन रहे है।
तो कही वें भुखे मर रहे है,
तो कही आत्महत्या कर,
अपने जीवन को समाप्त
कर रहे है।
पर आज देश में कही भी
क्यों नहीं इसका जिक्र
हो रहा है।
क्यों इसका हल
निकालने के लिए,
कही आवाज नही उठ रहा है !
क्यों आज भी यह प्रश्न!
प्रश्न लिए खड़ा है!
न जाने आजकल क्यों इस
प्रश्न को दबा दिया गया है,
और देश में हर जगह पर
हिंदु-मुस्लिम ,मंदिर-मस्जिद
का विवाद चारों तरफ
खड़ा कर दिया गया है।
कोई तो है जो अपने
स्वार्थ के लिए ,
इस साज़िश को
अंजाम दे रहा है,
देश के युवा पीढ़ी को
भटका कर ,
आपसी भाईचारे में
दरार खड़ा कर रहा है।
क्या हो गया है हमारे
युवाओं को,
रोजगार की मांग
करने की जगह ,
दंगा-फसाद में फँसता
जा रहा है,
और कोई दूर बैठकर ,
इन सब का इस्तमाल कर,
अपना रोटी सेंक रहा है
और अपने इस साजिश पर
मन ही मन खुश हो रहा है।
हमारे पढ़े लिखे युवा आज
इन सब में शामिल होकर
अपने पैरो पर खुद ही
कुल्हारी मार रहे है ।
और हमारा पुराना प्रश्न
बेरोजगारी और महंगाई
आज भी प्रशन लिए खड़ा,
उत्तर तलाश रहा है!
~ अनामिका